विकासशील देशों से गैर कानूनी ढंग से भारी पूँजी पलायन:.
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मनमोहन के नेतृत्व में भारत ने टीना, अमेरिका और नवउदारवाद से ऐसा रिश्ता जोड़ा है कि वह कभी फर्जी समृद्धि पर इतराएगा तो कभी पूँजी पलायन और ऊर्जा की कमी के कारण आँसू बहायेगा और लाचार होकर अमेरिका और उसके खेमे के समृद्ध देशों के आँगन में विलाप करेगा।
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मनमोहन के नेतृत्व में भारत ने टीना, अमेरिका और नवउदारवाद से ऐसा रिश्ता जोड़ा है कि वह कभी फर्जी समृद्धि पर इतराएगा तो कभी पूँजी पलायन और ऊर्जा की कमी के कारण आँसू बहायेगा और लाचार होकर अमेरिका और उसके खेमे के समृद्ध देशों के आँगन में विलाप करेगा।